मॉनसून के आगमन से लेकर अब तक उत्तरी भारत में मूसलाधार बारिश की झड़ी नहीं लगी है। मॉनसून की अक्षीय रेखा कई बार श्रीगंगानगर के आसपास जरूर पहुंची लेकिन बारिश की गतिविधियां बहुत अधिक नहीं बढ़ी।
बादल भी बने थे लेकिन बीते दो-तीन दिनों में यह बादल बारिश देने में नाकाम रहे।
श्रीगंगानगर के भागों में हवाओं का रुख बदलकर पश्चिमी हो जाएगा जिसके कारण भागों में बादल भी कम होंगे। उमस भी कम होगी और बारिश की संभावना कम से कम 15 जुलाई तक बहुत कम रहेगी।
श्रीगंगानगर और आसपास के हिस्सों में 10 से 15 जुलाई के बीच मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इन भागों में इन दिनों बारिश की संभावना बहुत कम रहेगी। श्रीगंगानगर के लोगों को मॉनसून लंबी प्रतीक्षा करा रहा है और यह प्रतीक्षा कम से कम 1 सप्ताह तक खत्म होने वाली नहीं है।
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